राकेश शौण्डिक-राँची/झारखंड
उपायुक्त रांची श्री राय महिमापत रे और वरीय पुलिस अधीक्षक ने मोराबादी स्थित राजकीय अतिथिशाला में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त ने कोटा से लौट रहे छात्रों के लिए जिला प्रशासन की ओर से की गई तैयारी के बारे में जानकारी दी।
*अभिभावक ना हो परेशान, जिला प्रशासन ने किया है पूरा इंतजाम*
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त श्री राय महिमापत रे ने बताया कि कोटा से लौट रहे बच्चों के माता-पिता एवं अभिभावकों को फिक्र करने की जरूरत नहीं है। रांची जिला प्रशासन सही सलामत बच्चों को उनके घर तक पहुंचाएगा। उन्होंने बताया कि स्पेशल ट्रेन से करीब 1000 बच्चे हटिया आ रहे हैं। जो विभिन्न जिलों में बसों के माध्यम से अपने अपने घर को जाएंगे । इनमें रांची जिला के करीब ढाई सौ बच्चे हैं।
रांची उपायुक्त ने कहा कि अभिभावक/माता-पिता को स्टेशन या पारस अस्पताल जाने की आने की जरूरत नहीं है, ना ही उन्हें इससे संबंधित किसी तरह की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बच्चों के आने पर पारस हॉस्पिटल में उनकी स्क्रीनिंग होगी। जो रांची के लिए बस रवाना होगी वह पारस हॉस्पिटल जाएगी वहां बच्चों की स्क्रीनिंग की जाएगी। स्क्रीनिंग के बाद बसों में प्री डिसाइडेड रूट के तहत उन्हें घर ले जाया जाएगा। घर पर होम क्वॉरेंटाइन का स्टीकर लगाया जाएगा, साथ ही बच्चों के हाथों पर होम क्वॉरेंटाइन का स्टांप पर भी लगाया जाएगा। अगर कोई सिंप्टोमेटिक मामला सामने आता है तो फिर इसके लिए अलग प्रक्रिया है।
उपायुक्त रांची ने कहा कि अगर थोड़ी देर हो रही है तो घबराने की जरूरत नहीं, सब उनकी भलाई के लिए हो रहा है, जल्दबाजी ना करें।
*हटिया स्टेशन पर व्यवस्था की दी जानकारी*
कोटा से लौटने वाले छात्रों की हटिया रेलवे स्टेशन पर की गई व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त ने बताया कि आने वाले सभी छात्रों की प्रारंभिक जांच थर्मल स्कैनर से की जाएगी। हटिया स्टेशन से निकलने के दो रास्ते हैं, इन दोनों रास्तों पर सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए छात्रों को बाहर निकाला जाएगा।
*होम क्वॉरेंटाइन के उल्लंघन की जानकारी 1950 पर दें*
उपायुक्त ने बताया कि कोरो ऐसी बीमारी है, जिसे आप जब तक बुलाएंगे नहीं वह आप तक आएगा नहीं। इसके लिए जरूरी है कि होम क्वॉरेंटाइन का पालन करें, सतर्क रहें। परिवार, जिला, राज्य को सुरक्षित रखें।
उन्होंने बताया कि जिन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया गया है उनके घर के बाहर स्टीकर लगाया गया है, हाथों में स्टांप लगाया गया है, साथ ही उनसे आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाया गया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई होम क्वॉरेंटाइन का उल्लंघन करता है तो इसकी जानकारी 1950 पर कॉल करके दें। डीसी ने बताया कि होम क्वॉरेंटाइन का उल्लंघन करने पर 4 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त ने बताया कि कोई व्यक्ति दूसरे राज्य या जिला में फंसे हैं तो वो ज़िला परिवहन पदाधिकारी के माध्यम से पास ले सकते हैं। आवेदन dtovahanpassgmail.com पर दिया जा सकता है। उचित कारण होने पर पास दिया जायेगा। उपायुक्त ने कहा कि रांची से बाहर जाने और वापस आने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पास दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि जो छात्र फंसे हैं। वह 1950 में कॉल कर जानकारी दें।
*कंटेनमेंट जोन हिंदपीढी में की जा रही होम स्क्रीनिंग*
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपायुक्त रांची ने बताया कि भारत सरकार और राज्य सरकार के निर्देशानुसार कंटेनमेंट जोन हिंदपीढी में सर्वे का काम शुरू किया गया है। आज दूसरे दिन भी यह काम जारी रहा। आज हिंदपीढ़ी में 5 आंगनबाड़ी क्षेत्र में होम स्क्रीनिंग की गई। उन्होंने सहयोग के लिए हिंदपीढ़ी के लोगों का धन्यवाद दिया।
*4 मई को केरल से मज़दूरों को लेकर आएगी ट्रेन*
उपायुक्त ने बताया तिरुवनंतपुरम से हटिया के लिए आज दिनांक 2 मई को 2:00 बजे ट्रेन डिपार्ट हुई है। जो 4 मई की सुबह 6:30 बजे हटिया पहुंचेगी। केरल से आने वाली ये पहली ट्रेन है जो मजदूरों को लेकर हटिया आएगी। उन्होंने बताया कि इस ट्रेन के लिए भी वैसे ही व्यवस्था की जाएगी जैसा तेलंगाना से आने वाली ट्रेन के लिए किया गया था।
तेलंगाना से झारखंड लौटे रांची जिले के मजदूरों के बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त ने बताया कि उन सभी मजदूरों को पारस हॉस्पिटल ले जाया गया था। वहां उनकी स्क्रीनिंग की गई कोई भी सिंप्टोमेटिक मरीज नहीं मिला, जिसके बाद उन्हें उनके घरों में ही क्वॉरेंटाइन किया गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में वरीय पुलिस अधीक्षक श्री अनीश गुप्ता ने बताया कि कोटा से आने वाले बच्चों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बच्चों के साथ पायलट और एस्कॉर्ट पार्टी भी रहेगी। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वह स्टेशन या पारस अस्पताल न आएं, ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में कठिनाई होगी। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच के बाद बच्चों को घर तक पहुंचाया जाएगा।
हिंदपीढी क्षेत्र में लॉक डाउन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए एसएसपी ने कहा कि पूरे क्षेत्र को 7 जोन में बांटकर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी पूरी गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि लॉक डॉन के उल्लंघन के मामले में 45 लोगों के खिलाफ नामजद एफ आई आर दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि लोग लॉक डाउन का पालन करें, उल्लंघन करने पर 5 साल तक की सजा हो सकती है।