कहते हैं भाग्य का लिखा कोई नहीं मिटा सकता किसी बेटी ने कभी नहीं सोचा होगा कि फादर्स डे के ही दिन उसे अपने पिता का मुखाग्नि देना पड़ सकता है परंतु आज ऐसा हुआ म.प्र. के अलीराजपुर जिले के जोबट में पूर्व प्राचार्य नरेंद्र त्रिवेदी को उनकी बेटी ने दी मुखाग्नि
(सुनील जोशी जोबट/ अलीराजपुर)-
जोबट के इतिहास में पहली बार किसी लड़की ने अपने पिता को मुखाग्नि दी । जोबट के पूर्व बी ई ओ नरेंद्र त्रिवेदी का कल लंबी बीमारी के बाद देवलोक गमन हो गया था उनकी एकमात्र पुत्री अर्पिता नरेंद्र त्रिवेदी ने डोही नदी के किनारे बने मुक्तिधाम पर अपने पिता को मुखाग्नि दी श्री नरेन्द्र त्रिवेदी अपने कठोर अनुशासन के लिए जाने जाते थे |उनकी हेअर स्टाइल उस समय के फिल्मी हीरो डेनी की तरह थी जैसा कि बच्चों में होता हैए वो शिक्षक के उप नाम रख देते है उस समय उन्हें बच्चों के बीच डेनी नाम से जाना जाता था