भोपाल -
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार बनी, तो हमने सोचा था कि अच्छा काम करेगी। लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजयसिंह जैसे नेताओं ने वल्लभभवन को दलालों का अड्डा बना दिया। वल्लभवन में विधायक और मंत्री नहीं जा पाते थे, दलाल, ठेकेदार और कमीशनखोर घूमते थे। इन्होंने विकास के काम रोक दिये, पंचायतों और नगर पालिकाओं का पैसा खा गए। कांग्रेस सरकार ने किसानों की कर्जमाफी के लिए भी सिर्फ 6000 करोड़ दियेगेहं खरीदी की कोई व्यवस्था नहीं की। भाजपा की सरकार आने के बाद हमने भांजे-भांजियों को स्कॉलरशिप के पैसे दिये, सामाजिक सुरक्षा के पैसे दिये, मजदूरों के पैसे दिये। संबल योजना दोबारा शुरू की। गेहूं खरीदी की व्यवस्थाएं की और पहली बार पंजाब को पीछे छोड़कर मध्यप्रदेश गेंहू खरीदी में नंबर-1 बन गया है। श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संकट में जो छोटे काम धंधे वाले जो लोग बरबाद हो गए हैं, उन्हें 10-10 हजार का लोन दिलाया जाएगा, जिसकी गारंटी केंद्र सरकार देगी और ब्याज प्रदेश सरकार भरेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में हम सब मिलकर एक टीम की तरह काम करेंगे