स्व सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को स्व रोजगार के बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले के दो विकासखण्डों मुलताई एवं बैतूल में नए आधुनिक सिलाई सेंटरों की स्थापना की गई है, जिनमें गणवेश सिलाई का कार्य कराया जाएगा।
बैतूल। जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वर्ष 2019-20 के लिए प्राप्त 8 हजार आवासों के लक्ष्य के विरुद्ध 7617 आवासों का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जा चुका है। आवास हेतु स्वीकृत राशि की प्रथम किश्त सिंगल क्लिक के माध्यम से हितग्राहियों के खातों में अंतरित की गई है। जिन परिवारों के पास मनरेगा के जॉब कार्ड नहीं थे, उनके श्रम सिद्धि अभियान के तहत अभी तक 4323 नए जॉब कार्ड बनाए जाकर 24164 नए श्रमिकों को मनरेगा से जोड़ा गया। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एमएल त्यागी से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में मनरेगा अंतर्गत 20 अप्रैल 2020 से अभी तक श्रमिकों को पर्याप्त संख्या में रोजगार देने के प्रयास किए गए हैं, जिसके तहत 22.86 लाख मानव दिवस सृजित किए जाकर श्रमिकों को मजदूरी के रूप में 39.65 लाख रूपए राशि का भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया कि मप्र डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत जिले में 311 नए स्व सहायता समूहों का गठन किया गया है। लॉकडाउन के दौरान स्व सहायता समूहों द्वारा कुल 3 लाख 46 हजार 708 मास्क निर्मित किए जाकर कुल 3 लाख 38 हजार 510 मास्क का विक्रय मांग अनुसार विभिन्न शासकीय तथा गैर शासकीय उपक्रमों को किया गया। इसके साथ ही स्व सहायता समूहों द्वारा कुल 1430 लीटर सेनेटाइजर का निर्माण किया जाकर विक्रय किया गया, जिसमें स्व सहायता समूहों को आर्थिक स्वावलंबन प्राप्त करने में सहायता मिली है। स्व सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को स्व रोजगार के बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले के दो विकासखण्डों मुलताई एवं बैतूल में नए आधुनिक सिलाई सेंटरों की स्थापना की गई है, जिनमें गणवेश सिलाई का कार्य कराया जाएगा। स्व सहायता समूहों द्वारा लॉक डाउन अवधि में शासन से प्राप्त अनुमति के पश्चात् चलित किराना दुकान के माध्यम से उचित दर पर लोगों को घर पहुंच किराना एवं सब्जी का विक्रय भी किया गया है।