संघ का केंद्र व राज्य सरकारों सहित भाजपा के सभी कार्यों में पूरा दख़ल स्पष्ट दिखाई देता है
एतद स्वागत हैए हालांकि कुछ दिनों पूर्व भी आप यहां पधारे थे किंतु "अयोध्या में राम मंदिर के पहले हो चुके भूमिपूजन के बाद दोबारा आपकी उपस्थिति में हुए दूसरे राजनैतिक भूमिपूजन के बाद इस प्रवास के मायने कुछ और अधिक है।"
मान्यवरए आप यह बात कई बार दोहरा चुके हैं कि संघ का भाजपा से और भाजपा से संघ का कोई भी संबंध नहीं हैएसंघ भाजपा के काम में कोई भी दखल नहीं देता है किंतु आपका यह कथन बार-बार झूठा ही साबित होता आया है!संघ का केंद्र व राज्य सरकारों सहित भाजपा के सभी कार्यों में पूरा दख़ल स्पष्ट दिखाई देता हैसंघ पार्टी-सरकार के कामों की समीक्षा बैठक आहूत करता हैएटिकट वितरणमंत्री मंडल के गठन/पुनर्गठन की सूची तक संघ की बिना स्वीकृति के जारी नहीं होतीएराज्यपालों पीएससीएयूपीएसी चेयरमेन/सदस्यों सहित विश्व विद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्तियों में भी संघ की सीधी भूमिका के स्पष्ट प्रमाण सामने आते रहते हैं।लिहाज़ारयह कहना ही प्रासंगिक होगा कि संघ के बिना भाजपा और भाजपा के बिना संघ का कोई अस्तित्व नहीं हैएदोनों एक दूसरे के बिना अधूरे हैं।जब यह यथार्थ सामने ही हैं तो एक नागरिक के नाते मेरी आपसे कुछ जिज्ञासाएं हैंएकृपाकर इस प्रवास पर यदि आप उन्हें शांत करेंगे तो मैं आपका सदैव कृतज्ञ रहूंगाहालांकि यह भी एक ऐतिहासिक सच्चाई है कि पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के दौरान हुए व्यापमंएसिंहस्थएनर्मदा सेवा यात्राए6 करोड़ 67 लाख फ़र्जी वृक्षारोपणएई -टेंडरिंगण्डंपरएशौचालय निर्माण जैसे करोड़ों-अरबों के घपलों-घोटालों मंदसौर में पुलिस की गोलियों से 8 किसानों की हत्या जैसे गंभीर मुद्दों पर आप व संघ परिवार ने जरा भी अपनी जुबां नहीं खोली थी क्या नैतिकता-भ्रष्टाचार को लेकर संघ कबीले की परिभाषा भिन्न हैखैर अब सहीछ मान्यवरएऐसा कहा जाता है कि संघ सदैव नैतिकता का पक्षधर रहता है ( हालांकि मेरे मानस पटल पर ऐसी कोई जानकारी अंकित नहीं है) और मप्र में इन दिनों गद्दारों-बिकाऊ विधायकों की खरीदफरोख्तएचोरी के जनादेश से निर्मित एक अनैतिक व जबरिया सरकार कार्य कर रही हैएक्या नैतिकता की दुहाई देने वाले संघ व संघ परिवार के मुखिया के नाते इस अनैतिक सरकार को आपका समर्थन हैएआपकी विचारधारा को निरंतर कोसने वाली विचारधारा के स्वार्थों के कारण आपकी शरण में आये घुसपैठिये क्या आपके विचारों में अब सच्चे राष्ट्रवादी हो गए हैं। क्या आप इसे उचित मानते हैं यदि हां तो कृपापूर्वक आप इसे अपना समर्थन सार्वजनिक कीजियेगा और यदि नहीं तो अपनी चुप्पी तोड़कर इसका प्रतिकार कीजियेगा ताकि नैतिकता को लेकर संघ कबीले का वास्तविक चालए चरित्र व चेहरा स्पष्ट हो सके
मान्यवरएआपकी इस विषयक चुप्पी तोड़ने से जहां भारतीय लोकतंत्र में यह एक अच्छा संदेश जाएगा कि जनादेश की चोरीए सौदेबाजी से बनाई गई सरकार को लेकर देश/प्रदेश का आमजन "नैतिकता का पूजन करे या अनैतिकता का" जब देश के सम्मुख मप्र एक अनैतिक जनादेश से सरकार बनाकर एक गंदी परम्परा का नेतृत्व कर रहा होएउस सरजमीं पर आपका यह तीन दिवसीय महत्वपूर्ण प्रवास यदि संघ के ध्येय वाक्य "नैतिकताएसादगी व राजनैतिक सुचिता" को लेकर मुंह छुपायेगारमूकसमर्थन देगा तो इसका भी एक बहुत ही गलत संदेश जाएगाएकृपाकर यदि आप एक घिनौने राजनैतिक झंझावात से गुजर रहे प्रदेश में उपर्युक्त सामयिक विषय पर अपने प्रेरक विचार स्पष्ट करेंगे तो बेहतर होगा।
के.के.मिश्रा
मीडिया प्रभारीएग्वालियर-चम्बल संभाग (मप्र)