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लाखो रुपए के सबूत पंचायती राज के समक्ष ? कार्यवाही शून्य ?
शब्दो का प्रहार
दिन ब दिन फूटते जलाशय पंचायती राज से खुलती भ्रस्टचार की परते
ग्राम पंचायत सलैया आर ई एस तालाब में किया गया बड़ा खेल
शब्दो का प्रहार
नहीं की जाती पंचायती राज में कार्यवाही..,
एक कदम स्वच्छता कि ओर
सलैय्या शब्द पावर बैतूल जिला घोड़ाशेंगरी विकासखं9 ग्राम पंचायत सलैयां में महात्मा गांधी राष्टीय रोजगार आधिनियाम के तहत 300 मीटर सी सी रो9 बगना कॉलेज से लेकर आश्रम शाला तक निर्माण कार्य पूर्व में बनकर तैयार मुह चिशता हुआ देखा जा सकता है ? हल्की सी बारिश में रोड पर नाली की तरह बहता हुआ पानीसलैया क्षेत्रवासी यो ने कि 181 पर शिकायतग्राम पंचायत सलैया के सरपंच वरक एवं ग्रामीण सहायक रोजगार मन्नासे अपने ही मद मस्ती में कोतवाल भैय सैय्या तो 9र काहे का की तर्ज पर पंचायती राज के निर्माण कार्यों में जैसे प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों को ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा ठगा जा रहा है। लोहा, सीमेंट, बजरी, गिट्टी इसी तरह की सामग्री प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों का अशिक्षित होने का पूरा पूरा फायदा ग्रामीण सहायक रोजगार एवं सरपंच द्वारा उठाया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास की राशि निकालने का एकमात्र विकल्प हितग्राही सक्षम अधिकारियों के अनदेखी के चलते हितग्राहियों को ठगने का कार्य चल रहा है। इसी तरह आरईएस के तालाब सलैया
में जिला प्रशासन का आदेश का फायदा उठाते हुए दिनदहाड़े जेसीबी द्वारा खुदाई कर कार्य किए गएवैसे भी ग्राम पंचायत सलैया में चर्चा के अनुसार पंचायती राज के कार्य में जरूरी नहीं कि गुणवत्ता परिपूर्ण हो सिर्फ और सिर्फ समय सीमा के अनुसार कार्य पूरी पूर्ण होने चाहिए। चाहे भले ही वह हल्की सी बारिश होने से ढह क्यू ना जाए। जिस तरह से कान्हावाशी एवं बासपुर के तालाब बारिश बर्दाश्त नहीं कर पाए और भ्रष्टाचार की पोल खोल दी साथ ही सुबह 5:00 बजे अधिकारियों द्वारा सक्रियता दिखाने का नतीजा हमारे और आपके सामने कान्हा वाडी एवं बासपुर तालाब है। प्रशासन के फं9 को किस तरह खर्च किया गया विकासखं9 घोड़ाशेंगरी में देखने को मिल रहा है। भाग 1 में हमने दर्शाया था भ्रष्ट सहायक रोजगार के हाथों दो-दो पंचायतों का प्रभार!? कोतवाल के आदेशों के आदेश ने सूचना के अधिकार के अधिकारीयो को बना रखा है बाबूजी। ग्राम पंचायत सलैया में ग्राम पंचायत ग्रामीण सहायक रोजगार वेल क्वालीफाई जहां सचिव की आवश्यकता नहीं ऐसा मानना है शायद पंचायती राज के सक्षम अधिकारियों का। जहां पंचायती राज में सूचना के अधिकार के अधिकारियों जिसे सचिव या (बाबूजी) नाम से जाना जाता है। क्या अनुभवहीन है ? क्या पंचायती का प्रभार!? कोतवाल के आदेशों के आदेश ने सूचना के अधिकार के अधिकारीयो को बना रखा है बाबूजी। ग्राम पंचायत सलैया में ग्राम पंचायत ग्रामीण सहायक रोजगार वेल क्वालीफाई जहां सचिव की आवश्यकता नहीं ऐसा मानना है शायद पंचायती राज के सक्षम अधिकारियों का। जहां पंचायती राज में सूचना के अधिकार के अधिकारियों जिसे सचिव या (बाबूजी) नाम से जाना जाता है। क्या अनुभवहीन है ? क्या पंचायती राज के सक्षम अधिकारी सचिव को अनुभवहीन मानते है।
पंचायती राज घोड़ाशेंगरी की ओर से ग्राम पंचायत सलैया की विगत 5 वर्ष की जांच कर कार्यवाही की जानी चाहिए ऐसा मानना है क्षेत्रवासियों का। ग्राम पंचायत छतरपुर एवं सलैया ग्राम पंचायत में वित्तीय प्रभार ग्रामीण सहायक रोजगार महेश मन्नासे```````````````````````
क्या यह राजनीति है या पंचायती राज के कोतवाल साहब का आशीर्वाद ? यह समझ से परे है क्योंकि यह है पंचायती राज बना रखा है सचिव को "बाबूजी" वित्तीय प्रभार संभालेंगे ग्रामीण सहायक रोजगार well qualified
सच को सच झूठ को झूठ लिखता हूं इसीलिए लोगों को मैं बुरा लगता हूं
आज के लिए,,,,,?
मिलते हैं भाग 3,,,
* जाकिर शेख sub-editor मध्य प्रदेश भाग 2