मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार में सुरक्षित नहीं है महिलाएं और बच्चियां- जीतू पटवारी फिर जंगलराज कायम, नहीं सुरक्षित है बेटियां, छुट्टा घूम रहे दरिंदे - जीतू पटवारी
भोपाल,
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की पलाश पंचायत अंतर्गत ग्राम भैरूपाड़ा में 13 साल की मासूम के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने दुःख व्यक्त किया है। जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में एक बार फिर जंगल राज कायम हो गया है। उन्होंने कहा कि देश में महिला अत्याचार, बलात्कार के साथ ही मासूमों के साथ दुष्कृत्य के मामलों में मध्य प्रदेश पिछले बीजेपी शासन काल में देश में नम्बर वन पर था। वही एक बार फिर प्रदेश में छेड़छाड़, हत्या, अपहरण और बलात्कार के मामले लगातार बढ़ रहे है
जीतू पटवारी ने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार साल 2018 में देश में बलात्कार की कुल 33,356 घटनाएं दर्ज की गई थी। इनमें से 5,433 घटनाएं (करीब 16 प्रतिशत) मध्य प्रदेश में हुईं, जिनमें पीड़िताओं में छह साल से कम उम्र की 54 बच्चियां भी शामिल थी। वहीं साल 2016 और वर्ष 2017 में भी मध्य प्रदेश बलात्कार के मामलों में देश में नंबर एक पर था। वर्ष 2016 में प्रदेश में 4,882 बलात्कार की घटनाएं हुई थीं, जबकि वर्ष 2017 में प्रदेश में 5,562 घटनाएं हुई रतलाम जिले में 13 साल की मासूम का अपहरण कर सामूहिक बलात्कार कर हत्या कर देने की घटना के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग जीतू पटवारी ने की है।
पूर्व मंत्री और कांग्रेस कमेटी के मीडिया अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि जंगल राज में जहाँ एक तरफ प्रदेश का अन्नदाता आत्महत्या करने को मजबूर है तो दूसरी तरफ महिलाएं और बच्चियाँ प्रदेश में सुरक्षित नहीं है। जीतू पटवारी ने कहा कि आप अपने आप को प्रदेश के बच्चों का मामा कहते है और उन्हें अपना भांजा-भांजी कहते नहीं थकते अरे आप कैसे मामा है जो आपके राज में मासूम सुरक्षित नहीं युवा बेरोजगार, किसान आत्महत्या करने को मजूबर है तो दूसरी तरफ मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार और सामूहिक दुष्कृत्य हो रहा है। जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश की राजधानी भोपाल भी इससे सुरक्षित नहीं है यहाँ दरिंदे आवारा घूम रहे है, लेकिन पुलिस आंखे बंद कर बैठी है, आप कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में मासूम बच्ची के बलात्कार के मामले में सीएम हाउस का घेराव करते है लेकिन खुद गद्दी पर बैठकर उस मासूम को न्याय नहीं दिला पा रहे, आखिर शिवराज जी आप क्यों प्रदेश को शवराज बनाने पर तुले है।