यह सही है कि युवक ने मुझ पर हमला करने का प्रयास किया था परंतु यह कोई बड़ा मामला नहीं था युवक नशे की हालत में था वो मेरे उपर कोई प्रायोजित हमला करने नहीं आया था क्योंकि वह स्थानीय शाहपुरा का नहीं था कोई राहगीर नजर आ रहा था इसलिये मैने सीधे घर जाना उचित समझा और वैसे भी इस घटना के संबंध में मुझ पर भरोसा कौन करता मेरे कार्यालय में कहीं भी समाचार पत्र का बोर्ड तो लगा नहीं है। उल्टा पुलिस मेरे से ही सवाल करती की इतने रात में मै आफिस खोल के क्यों बैठा था
भोपाल - प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना रविवार की रात करीब 10.30 बजे की है, साहू अपने शाहपुरा स्थित कार्यालय में न्यूज पेपर के पोर्टल पर प्रतिदिन की तरह न्युज बना कर डाल रहे थे, तभी अचानक नशे की हालत में एक युवक ऑफिस के गेट के सामने आकर खड़ा हो गया और माचिस मांगने लगा, साहू के मना करने पर पर वह नशे की हालत में गाली गलौज करने लगा और उन को मारने के उद्देश्य से आगे बढ़ा उसे रोकने के प्रयास में साहू ने जब उसका हाथ पकड़ के आफिस से बाहर निकालने का प्रयास किया तो उसने झूमा झटकी शुरू कर दी इस झुमा झटकी के दौरान साहू का दाहिना हाथ आफिस के पार्टेशन गेट से टकरा गया और उनके हाथ में अंदरूनी चोट आईसाहू ने थाने या अस्पताल जाने के बजाय आफिस बंद करके सीधे घर चले गये।